इमरान हाशमी को पाली हिल के नजदीक निबाना कोओपरेटिव सोसाइटी ने फ्लैट देने से मना क्या कर दिया ,मीडिया को मसाला मिल गया , मिले भी क्यो ना ,सेलिब्रेटी जो है परंतु उनका क्या जो आम इंसान है ,चिंता इमरान हाशमी को घर ने मिलने की नहीं है ं, चिंता लाखों आम लोगों की है , जिनकी समस्याओं पर कोई गौर नहीं करता है । कोई मांसाहारियों को घर देना नही चाहता तो कोई दलितों को घर नहीं देता । एक वाक्या याद आ रहा है , एक छोटी जाति दोस्त के लिए रायपुर में घर ढूढंने में बड़ी समस्याओं को सामना करना पड़ा था ,कई मकान मालिकों ने केवल निम्न जाति होने को कारण घर देने से मना ही कर दिया , किसी ने कहा तो हम तो पंडित है ,घर नही दे सकते । दुख तो इस बात यह है , यदि सेलिब्रेटी के साथ ऐसा होता है तो चर्चा व चिंता का विषय हो जाता है , चिंता तब नहीं होती ,जब सरकार की अनेकों योजना के तहत आम लोगों को घर नहीं मिलता है । अभी भी देश के कई झुग्गीवासियों को सरकारी योजना का लाभ नहीं मिला । इमरान हाशमी तो सुपर स्टार है , नया घर खरीद लेंगे । असल चिंता यह है कि सरकार ऐसी समस्या के प्रति कितनी संजीदा है ।
अब सवाल ये है , क्या वाकई हिंदुस्तान बदल रहा है ? शायद नहीं !
अब सवाल ये है , क्या वाकई हिंदुस्तान बदल रहा है ? शायद नहीं !
2 comments:
बडे परिवर्तन होने मे समय ज्यादा लगता है जबकि परिवर्तन अच्छाई के लिए हो रहा हो ...वो और धीमा हो जाता है
Good thoughts dear. Keep it up. Ek aam insan zaroor khas banega.... All the best....
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