किस मुगालते में है बाल ठाकरे ?
मुंबई ठाकरे की जमीदारी नहीं है । जो मन में आया सो कह दिया । सच बात तो यह ये है कि बाल ठाकरे को डर लग लग रहा कहीं इस बात बाजी राज ठाकरे ने मार ले । वैसे भी सचिन के यह कहने पर कि वे मराठी है और उस पर उन्हें गर्व है किन्तु पहले वे भारतीय है ,उन्हें धमकी कैसे दी जा सकती है ? सचिन ने काई राजनीतिक बयान नहीं दिया था । बाल ठाकरे व राज ठाकरे दोनों ही देश को तोड़ने का काम कर रहे है । वैसे बाल ठाकरे किस मुगालते में है ? बाल ठाकरे पुरे मराठी मानुष की आवाज नहीं है । लगता है कि लोकसभा व विधानसभा में हार के बाद भी सबक नहीं लिया । मराठी जनता शिवसेना को नकार दिया है । चाचा बतीजे की राजनीति के चलते देश के माहौल बिगड़ रहा है । क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन का अपमान करने से पहले बाल ठाकरे ने एक बार सोचना चाहिए था । वैसे भी सचिन ने सच ही कहा था । बाल ठाकरे जैसे छोटी सोच वाले व्यक्ति अपनी राजनीतिक रोटी सेकने के लिए किसी का भी अपमान कर सकता है । यह बात सत्य है कि बाल ठाकरे मंुबई वासियांे के बहुत कुछ किया है । लेकिन अपनी जिंदगी के अंतिम पलों में वे इस तरह के बयान देकर क्या हासिल करना चाहते है । राज ठाकरे को इस तरह राजनीति नहीं करनी चाहिए । बाल ठाकरे से भ्रम में न रहकर वास्तविकता को स्वीकार करना चाहिए । बाल ठाकरे के इस बयान में पुरे देश भर उनकी आलोचना हो रही है । बाल ठाकरे व राज ठाकरे जिन्ना की तरह कार्य कर रहे है ।देश अब बर्दाश्त नहीं करेगा । सच बात तो ये है कि बाल ठाकरे को अपने बतीजे राज ठाकरे से डर लगने लगा है । इसलिए जल्दबाजी में इस तरह के बयान दे दिया । मुझे नहीं लगता इस बयान से शिवसेना के वोट बैंक में इजाफा में होगा । असल में पिछले सत्ताह एसबीआई भर्ती परीक्षा में केवल मराठीमानुष का मुद्दा उठाकर राज ठाकरे मीडिया में थे ।अब सचिन का अपमान करके बाल ठाकरे मीडिया में बने हुए है । दोनों ही चाचा बतीजे को हमारी सलाह ये है कि अभी भी वक्त है सुधर जाओं । नहीं ंतो मराठी जनता ही तुम दोनों को सबक सिखाएगी ।
मुंबई ठाकरे की जमीदारी नहीं है । जो मन में आया सो कह दिया । सच बात तो यह ये है कि बाल ठाकरे को डर लग लग रहा कहीं इस बात बाजी राज ठाकरे ने मार ले । वैसे भी सचिन के यह कहने पर कि वे मराठी है और उस पर उन्हें गर्व है किन्तु पहले वे भारतीय है ,उन्हें धमकी कैसे दी जा सकती है ? सचिन ने काई राजनीतिक बयान नहीं दिया था । बाल ठाकरे व राज ठाकरे दोनों ही देश को तोड़ने का काम कर रहे है । वैसे बाल ठाकरे किस मुगालते में है ? बाल ठाकरे पुरे मराठी मानुष की आवाज नहीं है । लगता है कि लोकसभा व विधानसभा में हार के बाद भी सबक नहीं लिया । मराठी जनता शिवसेना को नकार दिया है । चाचा बतीजे की राजनीति के चलते देश के माहौल बिगड़ रहा है । क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन का अपमान करने से पहले बाल ठाकरे ने एक बार सोचना चाहिए था । वैसे भी सचिन ने सच ही कहा था । बाल ठाकरे जैसे छोटी सोच वाले व्यक्ति अपनी राजनीतिक रोटी सेकने के लिए किसी का भी अपमान कर सकता है । यह बात सत्य है कि बाल ठाकरे मंुबई वासियांे के बहुत कुछ किया है । लेकिन अपनी जिंदगी के अंतिम पलों में वे इस तरह के बयान देकर क्या हासिल करना चाहते है । राज ठाकरे को इस तरह राजनीति नहीं करनी चाहिए । बाल ठाकरे से भ्रम में न रहकर वास्तविकता को स्वीकार करना चाहिए । बाल ठाकरे के इस बयान में पुरे देश भर उनकी आलोचना हो रही है । बाल ठाकरे व राज ठाकरे जिन्ना की तरह कार्य कर रहे है ।देश अब बर्दाश्त नहीं करेगा । सच बात तो ये है कि बाल ठाकरे को अपने बतीजे राज ठाकरे से डर लगने लगा है । इसलिए जल्दबाजी में इस तरह के बयान दे दिया । मुझे नहीं लगता इस बयान से शिवसेना के वोट बैंक में इजाफा में होगा । असल में पिछले सत्ताह एसबीआई भर्ती परीक्षा में केवल मराठीमानुष का मुद्दा उठाकर राज ठाकरे मीडिया में थे ।अब सचिन का अपमान करके बाल ठाकरे मीडिया में बने हुए है । दोनों ही चाचा बतीजे को हमारी सलाह ये है कि अभी भी वक्त है सुधर जाओं । नहीं ंतो मराठी जनता ही तुम दोनों को सबक सिखाएगी ।